बुधवार, 5 जुलाई 2017

जनक काल मे धानुक समाज

      #राजा_जनक के पूर्वजों को भगवान शिव द्वारा जो धनुष भेंट किया था । उसे भगवान श्री राम द्वारा सीता स्वयंवर में तोड़ा गया था । यह धनुष भगवान शिव द्वारा राजा #सतधनु#,जिन्हे कि (#धनक_मुनि) भी कहा जाता है को भेंट किया गया था।जो कि राजा जनक के पूर्वज थे।
सर्वप्रथम वैदिक काल में राजा शतधनु (#धनक_मुनि) का उल्लेख मिलता है जिसका उल्लेख श्री विसेंट स्मिथ ने अपनी पुस्तक विष्णु पुराण (अग्रेजी संस्करण)मे किया गया है
हम सभी धनक मुनि के संतान है......
    विजय धनुरूपदिणों विशल्यों वाजेवा ।
अत:अन्तैरन्तस्य च इसवं आमुरेस्य निससर्ग:।।
अर्थात्-विजयी #धनुर्धर तुम्हारा ही नाम है,
#धानुक_तुम_युध्द_करो,
विजय तुम्हारी ही होगी।
यजुवेंद्र के श्लोक १६/२#
संकलन:-धानुक दर्पण

संकलन:-धानुक दर्पण ..................... AMIT KATHERIYA

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