🍃🍃🍃
●चार से विवाद मत करो :
1. मूर्ख से,
2. पागल से,
3. गुरु से और,
4. माता पिता से।
🍃🍃🍃
● चार में शर्म नही करना :
1. पुराने कपड़ो में,
2. ग़रीब साथियों में,
3. बूढ़े माता-पिता में,
4. सादे रहन-सहन में।
🍃🍃🍃
● चार दुर्लभ गुण :
1. धन के साथ पवित्रता,
2. दान के साथ विनय,
3. वीरता के साथ दया,
4. अधिकार के साथ सेवाभाव।
🍃🍃🍃
● चार से चार भाग जाते है :
1. देव-गुरु दर्शन से दरिद्रता,
2. भगवान की वाणी से पाप,
3. जागते रहने से चोर,
4. मौन रहने से क्रोध।
एक बात और याद रखना
मेरे दोस्त
कुंडली में “शनि”
दिमाग में “मनी ” और
जीवन में “दुश्मनी”
* तीनो हानिकारक होते है।। *
🌺 🌺 🌺 🌺 💻 ◆ अमित कठेरिया 💻 ◆ 🌺 🌺 🌺 🌺
●चार से विवाद मत करो :
1. मूर्ख से,
2. पागल से,
3. गुरु से और,
4. माता पिता से।
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● चार में शर्म नही करना :
1. पुराने कपड़ो में,
2. ग़रीब साथियों में,
3. बूढ़े माता-पिता में,
4. सादे रहन-सहन में।
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● चार दुर्लभ गुण :
1. धन के साथ पवित्रता,
2. दान के साथ विनय,
3. वीरता के साथ दया,
4. अधिकार के साथ सेवाभाव।
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● चार से चार भाग जाते है :
1. देव-गुरु दर्शन से दरिद्रता,
2. भगवान की वाणी से पाप,
3. जागते रहने से चोर,
4. मौन रहने से क्रोध।
एक बात और याद रखना
मेरे दोस्त
कुंडली में “शनि”
दिमाग में “मनी ” और
जीवन में “दुश्मनी”
* तीनो हानिकारक होते है।। *
🌺 🌺 🌺 🌺 💻 ◆ अमित कठेरिया 💻 ◆ 🌺 🌺 🌺 🌺
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