मंगलवार, 23 जनवरी 2018

एक बार पढ़ें और जीवनभर कैसे याद रखें **********************************************************************
लगभग सभी दोस्तों की शिकायत यही होती है कि वह पढ़ते हैं परन्तु परीक्षा तक सब पढ़ा हुआ विस्मृत (भूल) हो जाता है। ऐसा लगता है कि यह पढ़ा हुआ है पर लिखना क्या है याद ही नहीं आता। ऐसे में वर्षभर की पढ़ाई बेकार हो जाती है और आप परीक्षा में वांछित अंक नहीं प्राप्त कर पाते। इससे आप में नैराश्य की भावना (निगेटिविटी) प्रबल होने लगती है और आप अवसाद की तरफ बढ़ने लगते हैं।
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प्रतियोगी परीक्षा में महत्त्वपूर्ण यह नहीं है कि आपने कितनी पुस्तकें पढ़ी है या आपको कितना ज्ञान है। परीक्षक को आपके ज्ञान का तनिक भी अंदाजा नहीं होता वह आपका मूल्यांकन आपके द्वारा प्रदत्त उत्तर/आंसर शीट के माध्यम से करता है। अगर आपने वहां अच्छा प्रदर्शन किया है तो आप उसकी नजर में अधिकतम अंक पाने योग्य हैं अन्यथा आप औसत अंक या उससे भी कम अंक पाने योग्य होंगे।
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एक बार पढ़ें और जीवनभर कैसे याद (स्मरण) रखें !
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ऐसे में सभी उम्मीदवारों के समक्ष यह प्रश्न लाजिमी है कि हम एक बार पढ़ी हुई अध्ययन सामग्री कैसे याद रखें। जो टॉपर होते हैं वह कैसे अच्छा उत्तर लेखन या निश्चित समय में अधिकतम प्रश्न मैक्सिमम एक्यूरेसी (अधिकतम विशुद्धता) के साथ हल कर लेते हैं। क्या स्मरण रखने (याद रखने) के लिए भी टिप्स होते हैं जिनके माध्यम से आप अध्ययन सामग्री को अधिकतम समय तक स्मरण रख सकते हो। आज UPSC IAS GURU कि टीम इसी तथ्य (स्मरण क्षमता कैसे बढ़ाएं) पर आपसे चर्चा करेंगे जिससे आप प्रतियोगी परीक्षा में अधिकतम प्रश्न हल कर अपनी सफलता सुनिश्चित कर सकें।
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तो आईये अब हम बढ़ते हैं अपनीस्मरण क्षमताबढ़ाने के टिप्स की तरफ जिससे आपको एक बार पढ़ा हुआ आजीवन याद रहें और आप ज्ञान का उपयोग कर परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
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स्मरण शक्ति बढ़ाने के टिप्स
रुचिकर (Interesting)
सभी विद्यार्थी एक ही स्कूल/कॉलेज/कोचिंग में एक ही अध्यपाक से विषय विशेष की पढ़ाई करते हैं, पर कुछ विद्यार्थी पढ़ाया हुआ सब कुछ याद रखते हैं और कुछ को कुछ भी याद नहीं रख पाता। हो सकता है हम वह विद्यार्थी हों, जिन्हें कुछ याद रह जाता है या कुछ भी याद नहीं रहता। आइए अब हम इसका कारण जानते हैं, कि ऐसा क्यों हुआ?
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दोस्तों उत्सुकता और रुची आपके पढ़े हुए को याद रखने के लिए आवश्यक घटक है। हम जो कुछ भी करते है या पढ़ते हैं यदि हमें उसमें उत्सुकता या रुची न हो तो हम चाहे कितने भी पढ़े या याद करे कुछ समयपश्चात ही हम वह पढ़ा हुआ भूल जाएंगे इसलिए हम जो कुछ भी यदि याद करना चाहते है उसमे हमे अपनी उत्सुकता बनाना बहुत जरुरी होता है यदि हम जो कुछ भी पढ़ते है उसे खूब मन लगाकर रुची के साथ याद करे तो निश्चित ही जल्द ही याद कर सकते है।
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ध्यान (Attention)
दोस्तों अपने पाठ्यक्रम के विषय को याद करने के लिए उसमे अपना ध्यान केन्द्रित करना बहुत ही आवश्यक होता है जब हम कभी भी पढ़े तो आस-पास ऐसी चीजे नही होनी चाहिए जिससे की हमारा ध्यान पाठ्य-पुस्तक से भटके इसलिए जो भी पढ़े और पूरी तन्लीनता के साथ पढ़े।
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एकाग्रता (Concentrate of Mind)
जब हम पढ़ रहे हों या याद कर रहे हों तो अपने दिमाग में अन्य चीजे आने का अवसर नहीं प्रदान करना चाहिए अथार्त ख्याली-पुलाव/सपने में गुम नहीं होना चाहिए।क्योंकि सपने तभी सच होते हैं जब हम एकाग्र होकर कठिन परिश्रम द्वारा अध्ययन करते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य मार्ग नहीं है। जब हम सपने देखते हुए पढ़ते हैं तो हमारी नजर तो पुस्तक पर होती है पर दिमाग सपने पर होता है, इसलिए उस समय पढ़ा हुआ कुछ याद नहीं रहता।
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अच्छा वातावरण (Good Environment)
जब आप अध्ययन करें तो यह प्रयास करें कि आपका अध्ययन कक्ष एकदम शांत रहें, बाहर का भी शोर भी आपको सुनाई न पड़े। पढ़ते समय आप फ़ोन/टीवी से भी दूरी रखें। जिससे हमारा ध्यान न भटके और हम एकाग्र होकर पढ़ सके।
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स्वास्थ्य (Good Health)
दोस्तों स्वस्थ शरीर स्वच्छ दिमाग का घर होता है यानी दोस्तों जब हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है तो हमारे मन में अच्छी-अच्छी बातें भी आती है इसलिए हम सभी को अपने पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना जरुरी होता है फिर जब हम स्वस्थ होंगे तो जो कुछ भी याद करेगे वो हमारे मस्तिष्क में जल्दी से स्टोर हो जायेगा जिसे हम जल्दी नही भूल सकते है।
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अपने अध्ययन याद करने के लिए क्या करे
सर्वप्रथम पाठ्य सामग्री को समझे आप जो भी पढ़ रहे हैं उसे याद रखने के लिए सबसे आवश्यक है कि आप उसे समझ पा रहे हैं। आप पाठ को तभी उचित ढंग से समझ पाएंगे जब आप पाठ्य में प्रयुक्त पारिभाषिक शब्दावली से परिचित हों और प्रत्येक वाक्य का अर्थ भी आपकी समझ में आ रहा हो। और आप उसे याद भी तब रख पाएंगे जब उसका उपयोग आप अपने जीवन में समझ पाएंगे। अगर आपको पता होगा कि tan 45˚ का मान की समझ होगी, और एक भुजा का मान दिया गया हो तो आपको दूसरी भुजा का मान निकालने में कोई परेशानी नहीं होगी।
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बोलकर पढ़ें जब हम एक ही रूटीन से पढ़ते हैं तो भी हमें उस चीज में रुची कम होने लगती हैं और कुछ समय बाद हमें नींद आने लगती हैं। यह समस्या काफी उम्मीदवारों में देखि जाती हैं। तो अपने अध्ययन में रुची विकसित करने के लिए और नींद को भी दूर करने के लिए आप बोलकर पढ़ सकते हैं। काफी विद्यार्थी बोलकर पढ़ते हैं तो उन्हें शीघ्र याद हो जाता हैं, इसके पीछे लॉजिक हैं यदि आप प्राचीन समय को देखें तो लोग श्रवण-मनन (बोलकर-मंथन कर) अध्ययन करते थें। और वह ज्ञान को ऐसे ही सीखते थे तो यह विधि भी आपको देर तक पढ़ने और याद रखने में मदद कर सकती हैं।
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पहले पाठ्य को समझे फिर याद करें आपको शब्द, संख्या के आधार पर एक प्रतीकात्मक कहानी विकसित करनी हैं और उसे अपने आप पर आरोपित करना है और आप इसे जितना महसूस कर सकोगे या जितने अच्छे से इमेजिन करोगे और एक्सपीरियंस करोगे वह तथ्य आपको उतनी ही आसानी से याद हो जाएगा। अथार्त आपको शब्द और संख्या को पिक्चर में बदल कर याद करना है। महत्त्वपूर्ण तिथियों, घटनाओं को स्मरण रखने के लिए ट्रिक बनाएं और इसे ट्रिक्स से याद रखें। पढ़ाई सामग्री में तारतम्य बनाएं एक घटना को दूसरे घटना से जोड़े तभी आप बुनियादी समझ विकसित कर निष्कर्ष तक पहुँच सकते हैं। जब आप सिन्धु सभ्यता को पढ़ लेते हो और फिर वैदिक सभ्यता का अध्ययन करते हों तो आपको एक गैप नजर आता है। जो आपको इतिहास की वास्तविक समझ और उसकी महत्त्वा समझने में सहायता करती है।
हमारा दिमाग विजुअल की हुई चीजों को अधिक समय तक याद रखता है, इसलिए आपको मूवी याद नहीं करनी पड़ती और आप हु-ब-हु याद रख पाते हों। जब आप पढ़ाई में भी इस तरीके का प्रयोग करते हों तो आप हर जानकारी को नए तरीके से स्टोर करते हों और आपका दिमाग उसे आसानी से स्टोर कर लेते है। और याद की हुई प्रत्येक तथ्य को याद रखने में समर्थ होने लगते हों-
हर-बार ग़ालिब एक ही गलती करता रहा
धुल चेहरे पर थी, वह आईना साफ़ करता रहा
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आपको याद नहीं हो रहा तो उसके पीछे पड़ने की जरुरत नहीं है बल्कि याद करने के तरीके को बदलने की जरुरत है, जब आप तरीका बदलेंगे तो आप पाएंगे आप अब समझने और याद करने में कैसे सफल हो रहे हैं। तो अपना तरीका बदलो और सब कुछ याद रखों। अपनी पढ़ाई में उत्सुकता बनानी चाहिए और पढ़ाई करने के नियम हमे खुद से बनाने चाहिए की कब क्या कौन सा विषय पढ़ना है और हमें पढ़ाई में मन लगाने के उपाय पर जरूर अमल करना चाहिए।
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गणित और विज्ञान रटने से अच्छा है हमे उनके फार्मूला याद करना चाहिए और वे फार्मूला किस प्रकार काम करते है ये समझना बहुत जरुरी होता है। गणित के फ़ॉर्मूले आपको अभ्यास करते-करते स्वतः ही याद हो जाते हैं। इतिहास और राजनीति विज्ञान के तिथियाँ और अनुच्छेद याद रखने के लिए शार्टट्रिक का प्रयोग करें।
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पढ़ा हुआ लिखें आपने जब कोई पाठ पढ़ा तो पुस्तक बंद कर उसे लिखें और बाद में उसे मिलाएं और हुई गलती को देखें और फिर से पाठ पढ़कर यह प्रक्रिया तब तक दुहराएं जब तक आपको याद न हो जाए और आप पढ़े हुए तथ्यों को सही तरीके से लिख न सकें। जब हम लिखकर कोई भी चीज याद करेगे तो वो चीजे जल्दी याद होंगी। जब चीजे याद हो जाए तो उसका नोट्स भी बना लें। फिर चाहें तो उसका ऑडियो भी रिकॉर्ड कर सुन सकते हैं, यह भी आपको याद करने में सहायता करेगा।
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प्रतिदिन आधार पर अध्ययन करें खुद से प्रश्न पूंछे जो कुछ भी याद करे उसे प्रतिदिन आधार पर एक-एक पाठ के रूप में याद करना चाहिए। अगर एक दिन में सारी पुस्तक को ख़त्म करने बठेंगे तो कुछ भी याद नही होगा और जो कुछ भी याद रहेगा उसे भी भूलने का डर रहता है यानी पढ़ाई करने के नियम हमे अच्छे से फॉलो करना चाहिए। इसके अतिरिक्त आपने जो पाठ उससे सम्बंधित कुछ प्रश्न मन में सोंचे और उसके उत्तर दें, यह प्रक्रिया आपके दिमाग को काफी तेज कर देता हैं और आपके उत्तर देने के कौशल को भी निखारता है।
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रिविजन अवश्य करें टाइम टेबल में पुनरावृत्ति के लिए पर्याप्त वक्त रखें, जिससे आखिरी समय में परेशानी न हो। जैसे ही कोचिंग समाप्त होती है अपने क्लास नोट्स की पुनरावृत्ति कर लें। अगर आप कोचिंग नहीं लेते तो कल के पढ़ें हुए अध्ययन को दोहरा लें और फिर नया अध्ययन करें। दोहराने की प्रक्रिया अगले दिन अध्ययन शुरू होने से पहले और फिर सप्ताह के अंत में और फिर महीने भर में जितना पढ़ा उसे दुहराने की होनी चाहिए। अलग-अलग तरीकों से पुनरावृत्ति करें ताकि आपको पढ़ने में भी मजा आए। इससे आप पढ़ी हुए सामग्री को भूलेंगे नहीं। कई बार दूसरों के साथ अध्ययन करने पर आप यह जान सकते हैं कि विषय को पूरी तरह से समझ पायें हैं या नहीं। यदि आपने प्रश्नों के सही उत्तर दिए हैं और उसे आप दूसरों को अच्छी तरह समझा पाने में सफल हो गए तो समझिए कि आपके द्वारा अध्ययन किये गए विषय को आपने आत्मसात कर लिया। वरना आप महसूस करेंगे कि अभी कुछ और मेहनत करना जरूरी है। तो दोस्तों हम जो कुछ भी याद करे उसे बार बार दोहराते जरुर रहे तो हम कभी भी उसे भूल नही सकते।
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तो दोस्तों आप सबको यह याद करने का तरीका कैसा लगा हमें कमेंट बॉक्स में अपनी राय लिख कर जरूर बताएं।
हमें आशा है आप एक बार पढ़ें और जीवनभर कैसे याद रखें !के तहत प्राप्त आवश्यक जानकारियों से परिचित हुए होंगे और यह तथ्य आपकी सफलता में भी सहायक होंगे। तो एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई में जुट जाइए और तब तक न रुकें जब तक मुक़ाम हासिल न हो जाए।

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